अंग्रेजी सीखने के आसान तरीके – मात्र 30 दिनों में इंग्लिश सीखने के लिए पढ़ें इन 6 टिप्स को!



आज के समय मे हर कोई तेजी से भाग रहा है, हमेशा तेजी से आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा है। हम सब हर काम को तेज़ी से करना चाहते हैं। हालांकि, कभी-कभी हम तेजी से काम नहीं कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, हम सभी जानते हैं कि एक नई भाषा सीखने में लंबा समय लगता है। याद रखने के लिए नए नियम और सीखने के लिए नए शब्द होते हैं। आपको कई चीजों को सीखना और अभ्यास करना और याद रखना होता है जिसके लिए अत्यधिक समय देने की आवश्यकता होती है। आज के समय मे हर व्यक्ति चाहे वो स्टूडेंट्स हो या व्यावसायिक पैशा रखने वाला व्यक्ति सभी की समस्या है, इंग्लिश जो कि उसे वो सही तरह से उपयोग नही कर पाता है। आज के समय मे हर व्यक्ति इंटरनेट पर सिर्फ यही सर्च करते हुये पाये जाता है, कि इंग्लिश कैसे बोलें, अंग्रेजी सीखने के आसान तरीके क्या हैं, तो आज हम इस लेख मे आपकी अंग्रेजी मे आने वाली समस्याओं का समाधान करेंगे साथ ही हम आपको यह बतायंगे की मात्र 30 दिनों मे अंग्रेजी कैसे सीखें। तो चलिये आगे बढ़ते हैं और सरल तरह से अंग्रेजी सीखने के महत्वपूर्ण पाँच टिप्स पढ़ते हैं और अपने अंग्रेजी के कौशल को बढ़ावा देते हैं।

अंग्रेजी सीखने के आसान तरीके क्या हैं (What are the Easy Ways to Learn English)

इससे पहले की हम अंग्रेजी सीखने के आसान टिप्स और ट्रिक्स पढ़ें हमे यह जानना जरूरी है कि हम इंग्लिश सेक्शन मे कहाँ कमज़ोर हैं और हम किस तरह की इंग्लिश को सीखना चाहते हैं, यदि आप एक स्टूडेंट हैं और अपनी क्लास के लिए इंग्लिश सीखना चाहते हैं तो आप बाजार मे उपलब्ध किसी भी तरह की सामान्य इंग्लिश की बुक्स का संदर्भ ले सकते हैं और यदि आप इंग्लिश को सही तरह से बोलना और इंग्लिश का सही तरीके से कैसे उपयोग करें के बारे मे जानना चाहते हैं, तो यहाँ बताये गए विभिन्न टिप्स और ट्रिक्स को जान सकते हैं।

1. जो भी आपको पढ़ने के लिए मिले वह सब कुछ पढ़ें

क्लासिक साहित्य, पेपरबैक, समाचार पत्र, वेबसाइट, ईमेल, आपका सोशल मीडिया फीड, यदि यह अंग्रेजी में है, तो इसे पढ़ें। क्यों? खैर, यह सामग्री नई शब्दावली से भरी होगी, साथ ही साथ इसमे एक उचित मात्रा शब्दावली उपयोग की होगी जिसे आप पहले से जानते हैं। यह आपको तेज़ी से अपने इंग्लिश शब्दावली को सुधारने में मदद करेगी, क्योंकि सीखी हुई शब्दावली के पुन: रिविज़न से आपको संदर्भ में नए उदाहरण मिलते हैं, इसलिए आपके मन में उन शब्दों को फिर से लाना होगा। दूसरी ओर, अपनी शब्दावली मे नए शब्द के निर्माण के लिए नए शब्दों और अभिव्यक्तियों को सीखना आवश्यक है इसलिए आपके सामने जो भी नजर आए उसे पढ़ें और उसके अर्थ को जानने की कोशिस करें।

2. सक्रिय रूप से नई शब्दावली पर ध्यान दें

अंग्रेजी सीखने के आसान तरीके मे यह टिप अत्यंत महत्वपूर्ण और कारगर है! सीखते समय, हम अक्सर वाक्यांश के एक नए शब्द का इतना आनंद लेते हैं कि इसे भूलना असंभव लगता है। तो आपको जो भी नए शब्द मिलते हैं या आप कहीं पढ़ते हैं तो इन्हे नोट्स के रूप मे लिख कर रखे जिससे की आने वाले समय मे यह नोट्स मे लिखे हुये शब्द आपकी मदद कर सकें।


3. अपने दोस्त के साथ अंग्रेजी का अभ्यास करें

अध्ययन भागीदार एक-दूसरे को विभिन्न विषयों को समझने, प्रश्नों के माध्यम से बात करने और अंग्रेजी कौशल का अभ्यास करने में मदद कर सकते हैं। अपने क्षेत्र के अन्य लोगों को खोजें जो अंग्रेजी सीख रहे हैं और फिर उनके साथ अंग्रेजी मे बाते करें यदि आपको कोई फ्रेंड्स नही मिलता है तो आप अपनी इंग्लिश को सही तरह से सीखने के लिए अपने घर मे उपस्थित दर्पण का भी उपयोग कर सकते हैं और उसके सामने खड़े होकर इंग्लिश का अभ्यास कर सकते हैं।

4. मुफ्त ऑनलाइन मीडिया का लाभ उठाएं

मुफ्त पॉडकास्ट और ऑनलाइन उपलब्ध अनुप्रयोगों की एक विस्तृत श्रृंखला है जो आपको जल्दी से अंग्रेजी सीखने में मदद कर सकती है। आरंभ करने के लिए, इन अंग्रेजी पॉडकास्ट को जानें या अमेरिकी अंग्रेजी सीखने में मदद करने के लिए मुफ्त एप्लिकेशन या कहें की प्ले स्टोर मे उपलब्ध मुफ्त ऑनलाइन इंग्लिश सीखने वाले एप्लिकेशन का उपयोग करें।

5. जितना हो सके उतना इंग्लिश सुनें

अंग्रेजी में वार्तालाप सुनना आपकी शब्दावली और बोलने के कौशल का निर्माण करने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है। अपनी इंग्लिश को मजबूत करने के लिए आप विभिन्न इंग्लिश टीवी सिरियल या फिल्मों को देख सकते हैं जो कि आपकी शब्दावली को और मजबूत करने मे सहायक होगी।

6. अपने आप पर यकीन रखें

अपने आप में विश्वास अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में आपकी सबसे बड़ी संपत्ति में से एक है। जोखिम लें और गलतियाँ करने से न डरें। गलतियाँ बस सीखने के अवसर हैं! इसे जानने से पहले, आप पूरे आत्मविश्वास के साथ अंग्रेजी बोल सकते हैं।

हमे उम्मीद है इस लेख में आप अंग्रेजी सीखने के आसान तरीके के बारे में जान चुके होंगे और किस तरह से आप कुछ ही दिनों में इंग्लिश सीख सकते हैं यह भी समझ चुके होंगे। यदि आप ऐसे ही अन्य लेखो को भी पढ़ना चाहते हैं, तो हमारे साथ जुड़े रहे और यदि आपको यह लेख पसंद आया हो तो इसे लाइक और शेयर करना न भूले।


क्या भारत मे लॉकडाउन को बढ़ाया जायेगा ?- यहाँ पढ़ें Corona Virus से जुड़ी Latest News के बारे मे!



क्या भारत मे लॉकडाउन को बढ़ाया जायेगा? आज के समय मे यह सवाल हर भारतीय के मन मे चल रहा होगा. इसके लिए केंद्र सरकार ने सोमवार को उन सभी मीडिया रिपोर्टों को खारिज कर दिया है जिनमें कहा गया था कि तीन सप्ताह के देशव्यापी लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जाएगा. सरकार ने इन खबरों को आधारहीन और अफवाह बताया है. भारत में आज लॉकडाउन (Lockdown) का आठवा दिन है और अबतक कोरोनोवायरस के मामले 1191 पहुंच चुके हैं जबकि 33 लोगों की मौत हो गई है. अब तक 112 लोग रिकवर हुए हैं. इन्हे भी पढ़ें – कोरोना वायरस के घरेलू एवं मेडिकल उपचार

क्या भारत मे लॉकडाउन को बढ़ाया जायेगा ?

कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने कहा कि सरकार ने अब तक तीन सप्ताह की अवधि से अधिक लॉकडाउन को बढ़ाने योजना नहीं बनाई है. एएनआई के अनुसार उन्होंने कहा “मुझे इस तरह की खबरें देखकर हैरानी हुई, लॉकडाउन का विस्तार करने की कोई योजना नहीं है.”

प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो (PIB) का भी कहना है कि लॉकडाउन को बढ़ाये जाने की कोई भी खबर सही नहीं है. पीआईबी ने एक ट्वीट में कहा “ये मीडिया रिपोर्ट्स अफवाहें हैं, जिसमें दावा किया गया है कि सरकार 21 दिन के लॉकडाउन का विस्तार करेगी. कैबिनेट सचिव ने इन रिपोर्टों का खंडन किया है, और कहा है कि ये निराधार हैं.”

इस घोषणा के बाद बड़ी संख्या में लोग गांवों की ओर लौटते दिखाई दिए. दिल्ली के आनंद विहार में लोगों का हुजूम दिखा, जो अपने घरों को लौटने के लिए बसों को ढूंढ रहे थे. इन लोगों में हजारों दैनिक मजदूरी करने वाले मजदूर थे जो लॉक डाउन के बीच अपनी नौकरी छोड़कर लौट रहे थे. मीडिया में ऐसी खबरें आ रही थी कि कोरोनोवायरस के तेजी से प्रसार के मद्देनजर लॉकडाउन बढ़ाया जा सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उन भारतीयों से माफी मांगी जो 21 दिन के राष्ट्रव्यापी बंद के दौरान मुश्किल से जूझ रहे थे.

हमे उम्मीद है की इस लेख को पढ़ने के बाद आप क्या भारत मे लॉकडाउन को बढ़ाया जायेगा? सवाल का जवाव जान ही चुके होंगे.  Corona Virus से जुड़े ऐसे ही अन्य लेखों को पढ़ने के लिए हमारे साथ जुड़े रहें.


कोरोना महामारी 2020 : RBI ने रेपो रेट को किया कम, बैंकों की EMI पर मिल सकती है 3 महीने तक की छूट!



जहां आज सिर्फ भारत ही नही पूरे विश्व मे कोरोना को लेकर भयावह हालात बने हुए हैं, तो इसी बीच आरबीआई ने कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएँ कर आम नागरिकों के लिए राहत की सांस दी है। कोरोना के कारण देश भर मे 21 दिनों का लॉक डाउन चल रहा ऐसी स्थिति मे सभी तरह के कारोबार बंद है। इस स्थिति से अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए भारत सरकार हर मुमकिन कदम उठा रही है। और इसके चलते आज RBI ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की। तो चलिये आगे बढ़ते हैं और आरबीआई की महत्वपूर्ण घोषणाएं जानते हैं जो की इस संकट की घड़ी मे राहत की सांस दे सके। इन्हे भी पढ़ें – विटामिन और उनके स्रोत की सूची

आरबीआई की महत्वपूर्ण घोषणाएं:

  • RBI ने अभी के रेपो रेट मे 75 बेसिस पॉइंट की कटौती की है जिसके कारण रिपो रेट 4. 45 फीसदी पर आ गई है इससे पहले 5.15 थी।
  • रेपो रेट कम होने के कारण अब लोन का ब्याज कम देना पड़ेगा जिससे EMI की रकम कम देनी पड़ेगी।
  • RBI ने रिवर्स रिपो रेट को भी 90 बेसिस पॉइंट घटाया है।
  • कैश रिवर्स रेश्यो को 1 फीसदी से कम करके 3 फीसदी रखा गया है।
  • सभी तरह के टर्म लोन की किश्तों पर 3 महीने की छूट मिल सकती है।
  • बैंको को 3 महीने लोन की किश्ते नहीं वसूलने पर डिफ़ॉल्ट नहीं माना जायेगा और रेटिंग भी कम नहीं की जाएगी।

डिजिटल बैंकिंग पर जोर देने को कहा  :

  • RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने आगे भी कहा की सभी बैंको को डिजिटल बैंकिंग सेवा पर जोर देना चाहिए।
  • इसके आलावा लोगो से अपील की कि डिजिटल बैंकिंग का ज्यादा लाभ लें।

EMI पर बैंको को लेना है फैसला :

  • RBI ने EMI पर 3 महीने की छूट देने की सलाह सभी बैंको को दी है जिसके लिए कोई आदेश या फिर सर्कुलर निर्देश जारी नहीं किया है।
  • इसका मतलब अब बैंक तय करेगी की EMI छूट देनी है या नहीं।

इससे पहले वित्त मंत्रालय ने जाहिर किया आर्थिक पैकेज :

  • वित्त मंत्री ने 1.70 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज गुरवार को प्रस्तुत किया।
  • जिसमे 70 करोड़ गरीब लोगो को 3 महीने का राशन मुफ्त मे मिलेगा।
  • इसके आलावा वित्त मंत्रालय को लेटर लिखकर राहत के उपायों के लिए आवेदन किया था।




फंगल इन्फेक्शन क्या है और फंगल इन्फेक्शन के घरेलु नुस्खे – Fungal Infection क्यों और कैसे होता है!



फंगल इंफेक्शन 1 प्रकार कि खतरनाक बीमारी है, जो शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है यह फंगल हमेशा स्वयं या वस्तु द्वारा फैलती है और फंगल के बारे में सबसे बड़ी बात यह है कि फंगल हवा, पानी, मिटटी कही भी पाया जाता है! फंगल इंफेक्शन की 1 खास बात यह है कि यह फैलता बहुत तेज़ी से है। आज हम हम इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे कि फंगल इन्फेक्शन क्या है और फंगल इन्फेक्शन के घरेलु नुस्खे (What is Fungal Infection and Home Remedies for Fungal Infection in Hindi) और साथ ही इस लेख में हम यह भी पढ़ेंगे की फंगल इन्फेक्शन के लक्षण क्या-क्या होते हैं और फंगल इन्फेक्शन के रोकथाम के उपाए क्या-क्या हैं, जो आपको इस गंभीर बीमारी से निजात दिलाने में आपकी मदद करेंगे। इन्हे भी पढ़ें – विटामिन और उनके स्रोत की सूची

फंगल इन्फेक्शन क्या है और फंगल इन्फेक्शन के घरेलु नुस्खे

फंगल इन्फेक्शन क्या है (What is Fungal Infection in Hindi)

फंगल इन्फेक्शन क्या है और फंगल इन्फेक्शन कैसे फैलता है, इन सवालों के जवाब आपको इस लेख के माध्यम से मिलेंगे। फंगल इन्फेक्शन एक प्रकार का संक्रमण है, जो तब होता है जब शरीर के किसी हिस्से में या किसी भाग पर फंगस का आक्रमण होता है। जब यह संक्रमण करता है, तो यह आपके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर कर देता है। फंगल इन्फेक्शन एक छोटे-छोटे दाद या दाने के रूप  में दिखाई पड़ता है यह शरीर के गुप्तांगों, मुँह,गले या शरीर के किसी भी स्थान पर हो सकता है

फंगल इन्फेक्शन के लक्षण

फंगल इन्फेक्शन के लक्षण प्रकार उसके प्रकार पर निर्भर करते हैं, लेकिन आम लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हैं:

  • त्वचा में परिवर्तन, जिसमें लाल और संभवतः त्वचा का टूटना या छीलना शामिल है
  • प्रभावित क्षेत्र पर लालिमा या फफोले
  • संक्रमित क्षेत्र में खुजली, चुभन या जलन
  • योनि के आसपास खुजली और सूजन
  • पेशाब या संभोग के दौरान जलन या दर्द
  • कमर, नितंब, या जांघों में लालिमा
  • संक्रमित क्षेत्र में झनझनाहट या जलन
  • एक गोल आकार और उभरे हुए किनारों के साथ एक लाल चकत्ते
  • संक्रमित क्षेत्र में त्वचा का टूटना

फंगल इंफेक्शन के घरेलु उपाए (Home Remedies for Fungal Infection Hindi me)

1.फंगल इंफेक्शन के घरेलु उपाए -लहसुन

लहसुन की चार पांच कलियों को लेकर नारियल के तेल के साथ मिला लें, फिर उसको गैस पर गर्म करलें थोड़ी देर तेल को ठंडा होने के लिए रख दें। तेल को ठंडा होने के बाद उसको छान लें फिर उसको खुजली वाले स्थान पर लगाएं आपको फंगल इंफेक्शन से जल्द राहत मिलेगी। साथ ही इस प्रक्रिया को दोबारा दोहराएं।

2.  फंगल इंफेक्शन के घरेलु उपचार- एलोवेरा

एलोवेरा में बहुत से जीवाणुरोधक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर की हर तरह की बीमारी के लिए आवश्यक होते हैं। एलोवेरा फंगल इंफेक्शन का आयुर्वेदिक इलाज़ करने में महत्वपुर्ण भूमिका निभाता है, इसको फंगल वाली जगह पर लगाने से आपको तुरंत आराम मिलता है।

3. फंगल इन्फेक्शन का घर में इलाज कैसे करें – साबून का पानी

दाद को शरीर के अन्य क्षेत्रों में फैलने या संक्रमित होने से रोकने के लिए, त्वचा को यथासंभव साफ रखें। ऐसा करने के लिए, साबुन और गर्म पानी के साथ संक्रमण को एक या दो बार दैनिक रूप से धुलें। त्वचा को पूरी तरह से सूखना सुनिश्चित करें, क्योंकि कवक नम क्षेत्रों में पनपता है।


4. फंगल इन्फेक्शन के घरेलु नुस्खें – सेब का सिरका

सेब साइडर सिरका के साथ दाद का इलाज करने के लिए, एक कपास ऊन पैड को सेब के सिरका में भिगोएँ और प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। रोजाना 3 बार दोहराएं।

5. फंगल इन्फेक्शन के रामबाण घरेलु नुस्खें – नारियल का तेल

नारियल तेल में पाए जाने वाले कुछ फैटी एसिड उनके कोशिका झिल्ली को नुकसान पहुंचाकर फंगल कोशिकाओं को मार सकते हैं।
कुछ शोध बताते हैं कि हल्के से मध्यम त्वचा संक्रमण वाले लोगों के लिए नारियल तेल एक प्रभावी उपाय हो सकता है। प्रति दिन तीन बार त्वचा पर तरल नारियल तेल लगाने से दाद का इलाज करने के लिए इसका उपयोग करें।
इसके अलावा, लोग नारियल के तेल को मॉइस्चराइजिंग लोशन के रूप में उपयोग कर सकते हैं, जो भविष्य के दाद के संक्रमण को रोकने के लिए एक प्रभावी तरीका हो सकता है।

6. फंगल इन्फेक्शन की घरेलु दवाएं – अंगूर के बीज का अर्क

शोधों से पता चला है की अंगूर के बीज का अर्क फंगल संक्रमण का इलाज कर सकता है। दाद का इलाज करने के लिए, डॉक्टर्स अंगूर के बीज के अर्क की 1 बूंद को एक चम्मच पानी के साथ मिलाकर त्वचा पर रोजाना दो बार लगाने की सलाह देते हैं।

7. फंगल इन्फेक्शन कैसे दूर करें – हल्दी

हल्दी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों वाला एक लोकप्रिय मसाला है। माना जाता है कि हल्दी का एक हिस्सा जिसे करक्यूमिन के रूप में जाना जाता है, को मसाले के स्वास्थ्य लाभों के लिए जिम्मेदार माना जाता है। कई अध्ययनों ने इसके स्रोत की व्यापक रोगाणुरोधी क्षमताओं का विवरण दिया है।
चाय के रूप में हल्दी का सेवन करें या इसके लाभों को पुनः प्राप्त करने के लिए इसे भोजन में शामिल करें। सामयिक अनुप्रयोगों के लिए, इसे पानी या नारियल तेल की एक छोटी मात्रा के साथ मिलाएं जब तक कि यह एक पेस्ट न बन जाए और इसे त्वचा पर लगाएं।

हमे उम्मीद है फंगल इन्फेक्शन क्या है और फंगल इन्फेक्शन के घरेलु नुस्खे पर यह लेख आपके लिए उपयोगी था? यदि आपको इस लेख से सम्बंधित किसी तरह के प्रश्न हैं, तो हमे कमेंट करके अपने सवालों को हमारे साथ साझा कर सकते हैं, हमारी टीम जल्द ही आपसे संपर्क करेगी।


क्रेडिट कार्ड बिलिंग साइकिल क्या है – हिंदी में Credit Card Billing Cycle के बारे में पूर्ण विवरण जानें!



पिछले कुछ वर्षों में क्रेडिट कार्ड के उपयोग में भारी वृद्धि हुई है। ऑफर्स, सुरक्षा और सुविधा के आधार पर दुनिया भर में लोगों ने क्रेडिट कार्ड का विकल्प चुना है। रिपोर्ट से पता चलता है कि 2019 तक, भारत में क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं की संख्या लगभग 52 मिलियन तक पहुंच गई है और वर्ष पर संख्या लगातार बढ़ रही है। इसलिए यदि आप प्लास्टिक मनी (क्रेडिट कार्ड) का उपयोग कर रहे हैं, तो आपको क्रेडिट कार्ड बिलिंग साइकिल (What is Credit Card Billing Cycle in Hindi) से जुड़ी कई शर्तों से अवगत होना चाहिए। ऐसा ही एक शब्द क्रेडिट कार्ड बिलिंग चक्र है। क्रेडिट कार्ड से जुड़ी शर्तों के बारे में बेहतर समझ रखने से लोगों को बेहतर तरीके से अपने वित्त-संबंधी मामलों की योजना बनाने में मदद मिलती है। इसे भी पढ़ेआईपीओ क्या है

बिलिंग साइकिल क्या है? (What is Billing Cycle in Hindi)

एक बिलिंग चक्र एक इनवॉइस या बिलिंग स्टेटमेंट तिथि के अंत से अगले एक समय तक के अंतराल को संदर्भित करता है। यह बिलिंग चक्र उन वस्तुओं या सेवाओं से जुड़ा है जो एक फर्म अपने उपयोगकर्ताओं को नियमित रूप से प्रदान करती है। आमतौर पर, बिलिंग चक्र हर महीने तैयार किया जाता है लेकिन उत्पाद या सेवाओं के आधार पर अवधि बदल सकती है। इन्हे भी पढ़ें – चार्टर्ड अकाउंटेंट कैसे बनें करियर के ऑप्शन यहाँ पढ़ें!

क्रेडिट कार्ड बिलिंग साइकिल क्या है? (Credit Card Billing Cycle Kya hai)

क्रेडिट कार्ड बिलिंग चक्र (Credit Card Billing Cycle Hindi me) को स्टेटमेंट साइकिल के रूप में भी जाना जाता है। यह उस अवधि को संदर्भित करता है जिसके लिए क्रेडिट कार्ड बिल उत्पन्न होता है। बिलिंग चक्र के कार्यकाल के दौरान आयोजित किए जाने वाले सभी लेनदेन महीने के क्रेडिट कार्ड विवरण में परिलक्षित होंगे। बिलिंग चक्र के कार्यकाल के दौरान, एक सेवा शुल्क लिया जाएगा जो कार्डधारक को वहन करना होगा। बिलिंग शुल्क में खाता शुल्क का प्रतिनिधित्व किया जाएगा और बिलिंग चक्र पूरा होने के बाद आपको इसे भेज दिया जाएगा। इन्हे भी पढ़ें – भारत के कैबिनेट मिनिस्टर्स की अपडेटेड लिस्ट!

एक बिलिंग स्टेटमेंट कार्ड धारक की पूर्व शेष राशि, बिलिंग चक्र के दौरान किए गए भुगतानों की सूची, न्यूनतम शुल्क, बकाया शेष ब्याज, देय तिथि और स्टेटमेंट अवधि के लिए नया बैलेंस दिखाएगा। सभी शुल्क / शुल्क पिछले बिलिंग चक्र से शेष राशि में जोड़े जाएंगे और वर्तमान शेष राशि पर आने के लिए सभी क्रेडिट और भुगतान काट दिए जाएंगे। कार्डधारक को शेष राशि में से किसी के लिए एक मासिक विवरण प्राप्त होगा जब तक कि वे पूरी राशि का भुगतान नहीं करते हैं, भले ही वे अपना खाता बंद कर दें। कुछ बिलिंग चक्र खाता खोलने की तारीख से शुरू और समाप्त होंगे। बिलिंग चक्र का कार्यकाल 28 दिनों से 32 दिनों के बीच कहीं भी हो सकता है और यह या तो कम या लंबी अवधि के लिए हो सकता है और मुख्य रूप से आपके क्रेडिट कार्ड और बैंक पर आधारित होगा।


उदाहरण के लिए: यदि आपके क्रेडिट कार्ड का विवरण हर महीने की 5 तारीख को उत्पन्न होता है, तो आपका क्रेडिट कार्ड बिलिंग चक्र पिछले महीने की 6 तारीख से शुरू होगा और चालू महीने के 5 वें दिन तक जारी रहेगा। आपके क्रेडिट कार्ड पर किसी भी प्रकार का लेनदेन इस अवधि तक आपके मासिक क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में दिखाई देगा। इसमें आपके क्रेडिट कार्ड पर सभी नकद निकासी, क्रेडिट कार्ड भुगतान, मौजूदा ईएमआई (यदि कोई हो) शामिल होंगे।

क्रेडिट कार्ड बिलिंग चक्र कैसे काम करता है?

क्रेडिट कार्ड के लिए बिलिंग चक्र उस दिन से शुरू होगा, जब आप अपना क्रेडिट कार्ड सक्रिय करते हैं। आमतौर पर, आपके संबंधित क्रेडिट कार्ड पर शेष राशि शून्य होगी, हालांकि इसमें एक अग्रिम शुल्क शामिल हो सकता है जो प्रदाता द्वारा आपके क्रेडिट कार्ड पर लगाया जाएगा। यदि आप अपने बैलेंस को नए क्रेडिट कार्ड में ट्रांसफर करने की योजना बना रहे हैं, तो इसमें बैलेंस ट्रांसफर चार्ज शामिल होंगे। क्रेडिट कार्ड की सक्रियता के दिन से शुरू होकर, आपके क्रेडिट कार्ड के सभी लेनदेन आपके क्रेडिट कार्ड बिल में शामिल होंगे। यदि मामले में, आप अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके नकद निकासी करते हैं, तो इससे जुड़े शुल्क जुड़ जाते हैं। यदि आपके क्रेडिट कार्ड पर ईएमआई या कोई अन्य वित्त शुल्क है तो वे इसमें जुड़ जाएंगे। यदि आपको अपने क्रेडिट कार्ड पर भुगतान किए गए भुगतान के रूप में कोई भी राशि प्राप्त होती है, जैसे किए गए किसी भी भुगतान का उलटफेर, ईंधन अधिभार छूट और इसी तरह, उन सभी भुगतानों में कटौती हो जाएगी और एक अंत बिल उत्पन्न हो जाएगा। किसी भी प्रकार के वित्तीय लेन-देन के बाद के चक्र चक्र अगले बयान में परिलक्षित होंगे।

बिलिंग चक्र की अवधारणा

आमतौर पर स्टेटमेंट की तारीख भुगतान की तारीख से कम से कम 21 दिन पहले या उस तारीख को निर्धारित की जाती है जिस दिन आपको अपने क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान करना होता है। आपको पूरी शेष राशि के लिए भुगतान करने के लिए नहीं कहा जाएगा, लेकिन यह सुनिश्चित करें कि आप आवश्यकताओं के अनुसार कम से कम न्यूनतम क्रेडिट कार्ड शुल्क का भुगतान करें। यदि आप न्यूनतम शुल्क का भुगतान करने से चूक जाते हैं, तो आपको देर से शुल्क देना होगा और वार्षिक प्रतिशत दर (APR) भी प्रभावित हो सकती है।

भुगतान देय तिथी

जैसा कि नाम से पता चलता है, भुगतान देय तिथि उस तारीख को संदर्भित करती है जिसके भीतर कार्डधारक को क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि का मासिक भुगतान करना होता है। आमतौर पर पिछला बिल जनरेट होने के बाद भुगतान की तारीख 21 से 25 दिनों के बीच निर्धारित की जाती है। भुगतान देय तिथि से पहले आप अपने क्रेडिट कार्ड बकाया बिल का भुगतान कर सकते हैं यदि आप इसे भूल जाते हैं, तो देर से भुगतान शुल्क और अन्य संबंधित शुल्क लगाया जाएगा। उदाहरण के लिए: यदि आपकी भुगतान देय तिथि हर महीने की 20 तारीख को आती है और यदि आप अपना पूरा बकाया भुगतान करते हैं, जो आपके संबंधित क्रेडिट कार्ड पर उक्त तिथि के भीतर है, तो कार्डधारक को कोई जुर्माना या ब्याज शुल्क नहीं देना होगा।

न्यूनतम भुगतान

किसी विशेष क्रेडिट कार्ड पर न्यूनतम भुगतान उस न्यूनतम राशि को संदर्भित करता है जिसे क्रेडिट कार्ड खाते को बनाए रखने के लिए एक कार्डधारक को क्रेडिट कार्ड भुगतान की तारीख पर या उससे पहले भुगतान करना पड़ता है। आमतौर पर, यह कुल बकाया देय राशि की केवल एक छोटी राशि का गठन करेगा। न्यूनतम भुगतान करने पर, कार्डधारक लेट पेमेंट पेनल्टी से बच सकते हैं जो क्रेडिट कार्ड पर लगाया जाएगा। न्यूनतम भुगतान करने के बजाय पूरी राशि का भुगतान करना बेहतर है, क्योंकि बैंक शेष राशि पर ब्याज लगाएंगे और ब्याज दर 48% (सालाना) तक होगी और अंततः क्रेडिट कार्डधारक के लिए कई महीने लग सकते हैं


पिंपल से छुटकारा पाने के घरेलु नुस्खे – ये 5 घरेलु उपचार करेंगे कील-मुंहासों को जड़ से दूर!



आज के समय में हर व्यक्ति चाहता है कि वह सबसे खूबसूरत दिखे और खूबसूरत दिखने के लिए हर तरह के जतन भी करता है। खासकर हर महिला या नौजवान लड़कियां ये चाहती हैं, कि वह सबसे अच्छी और स्मार्ट दिखे पर मगर जब चेहरे पर पिंपल आ जाते हैं तब ये हमारी खूबसूरती पर बहुत बुरा असर डालता हैं। ऐसे में हम बहुत परेशान होकर इन्हें हटाने के उपाय ढूंढने में लग जाते है । इन पिम्पल के चक्कर में कभी पार्लर के चक्कर काटते हैं तो कभी डॉक्टर के पास पहुंच जाते हैं। इतना सब कुछ करने के बाद भी कील-मुंहासे पूरी तरह से हमारा पीछा नहीं छोड़ते हैं। कील – मुंहासों होने का सबसे बड़ा कारण होता है हमारी स्किन का ऑयली होना क्योकि ऑयली स्किन पर धूल- मिट्टी, पॉल्यूशन का इफ़ेक्ट जल्दी पड़ता है, जिसके कारण चेहरे पर पिम्पल कील मुंहासे हो जाते है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से चेहरे के पिंपल से छुटकारा पाने के घरेलु नुस्खे के साथ ही चेहरे के कील और मुहांसो को रोकने के रोकथाम के बारे में बतायंगे। यदि आप भी अपने चेहरे के पिम्पल्स से परेशान हैं और इन्हे हटाने के लिए सभी जतन कर चुके हैं और फायदा नहीं मिल रहा है तो हमारे इस लेख को पढ़ें और चेहरे से कील मुंहासे हटाने के उपाय और चेहरे पर कील मुंहासे होने के कारण जानें। इन्हे भी पढ़ें – विटामिन और उनके स्रोत की सूची

इन्हे भी पढ़ें – फंगल इन्फेक्शन क्या है और फंगल इन्फेक्शन के घरेलु नुस्खे

पिंपल से छुटकारा पाने के घरेलु नुस्खे – पिम्पल्स क्या है ?

पिम्पल्स चेहरे पर होने वाला एक मुँहासे का हिस्सा है जो छोटे दाने की तरह दिखता है। जब इसमें ऑयली ग्रंथियाँ विकसित होती,जिसके कारण सूजन और संक्रमण हो जाता है। जो स्पॉट या ज़िट्स के रूप में भी जाना जाता है। यह पिम्पल किसी भी उम्र में हो सकते हैं।

चेहरे पर पिम्पल क्यों होते है – चेहरे पर पिम्पल होने के कारण

ज्यादातर पिम्पल होने का सबसे बड़ा कारण होता है चेहरे का ऑयली होना क्योंकि ऑयली स्किन धूल- मिट्टी, पॉल्यूशन का इफ़ेक्ट जल्दी पड़ता है। जिसके कारण चेहरे पर कील मुंहासे और पिम्पल होने का खतरा ज्यादा रहता है।

पिंपल से छुटकारा पाने के घरेलु नुस्खे

अभी तक आप यह तो जान ही चुके होंगे की चेहरे पर पिम्पल क्यों होते है और चेहरे पर पिम्पल होने के कारण क्या-क्या हैं, तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और चेहरे के पिम्पल्स से छुटकारा दिलाने वाले घरेलु उपचार के बारे में पढ़ते हैं।


1. चेहरे से पिमप्ल्स और मुहांसे हटाने के उपचार – शहद और सरसों का पाउडर

शहद के साथ कुछ सरसों के बीज का पाउडर मिलाएं, इसे पिम्पल्स पर लगाएं और इसे 15 मिनट के लिए छोड़ दें या तब की जब यह सुख न जाए। यह न केवल पैक पिंपल्स पर अद्भुत काम करेगा, बल्कि आपको दमकती त्वचा प्रदान करेगा, क्योंकि सरसों में प्राकृतिक सैलिसिलिक एसिड होता है और यह विटामिन, जिंक, ओमेगा 3 और 6 फैटी एसिड से भरपूर होता है।

इन्हे भी पढ़ें – कान के दर्द के घरेलु नुस्खे

2. चेहरे को सुन्दर बनाने के घरेलु नुस्खे – हल्दी

पानी (या सूखी त्वचा के लिए शहद) के साथ हल्दी पाउडर का एक गाढ़ा पेस्ट बनाएं ताकि यह प्रभावित क्षेत्र को कवर करे। इसे 15 मिनट तक लगाए रखें और फिर पानी से धो लें। सिस्टिक मुँहासे के लिए, हल्दी पाउडर के 3 बड़े चम्मच के लें और 3 कप पानी के साथ गाढ़ा होने तक उबालें। फिर इस गाढ़े पेस्ट को फुंसी पर लगाएं और कड़पे से ढक दें और इसे धोने से पहले सूखने दें। इसकी एंटीसेप्टिक प्रकृति के कारण, हल्दी पिम्पल्स पर अद्भुत काम करती है।

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3. चेहरे में निखार लाने के घरेलु नुस्खे – जैतून का तेल

पिंपल के निशान से छुटकारा पाने या हल्का करने के लिए एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल की अच्छी क्वालिटी की कुछ बूंदें गर्म करें। सोने के समय से पहले अपने साफ चेहरे पर कुछ मिनट के लिए धीरे-धीरे जैतून के तेल से मालिश करें और इसे रात भर छोड़ दें। जैतून का तेल न केवल निशान को कम करेगा, बल्कि पिंपल्स में और उसके आसपास सूजन को भी कम करेगा।

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4. चेहरे से दाग-धब्बे हटाने के घरेलु नुस्खे – नमक का पानी

3 चम्मच गर्म पानी में 1 चम्मच नमक मिलाएं और घोल को गुनगुने तापमान पर आने दें। अब, एक कॉटन बॉल को घोल में डुबोकर पिंपल्स पर रख दें। इसे 10 मिनट से अधिक न करें, अन्यथा यह त्वचा के सूखापन का कारण बन सकता है। और इसे ठंडे पानी से धो लें। अगर आपकी रूखी त्वचा है तो इस घोल का इस्तेमाल न करें। यह हल्का माइक्रोबियल एजेंट निश्चित रूप से पिंपल्स को ठीक करेगा।

5. चेहरे से पिम्पल्स हटाने के घरेलु उपचार – चावल का पानी

2 कप पानी में आधाl कप बिना पका हुआ चावल उबालें जब तक कि चावल पूरी तरह से पक न जाए। अब पानी को छान लें और इसे पूरी तरह से ठंडा होने दें। एक कॉटन बॉल को पानी में भिगोएँ और इसे प्रभावित जगह पर लगाएं। इसे लगभग 10-15 मिनट लगाएं। चावल के पानी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल्स पिंपल के दाग और पिगमेंटेशन को कम करेंगे।

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तो दोस्तों हमे उम्मीद है कि आपको चेहरे के पिंपल से छुटकारा पाने के घरेलु नुस्खे का यह लेख पसंद आया होगा यदि आपको इस लेख से सम्बंधित कोई प्रश्न है, तो हमे कमेंट करना न भूलें।


आखिर क्या है कोरोना वायरस (Coronavirus) – कोरोना वायरस का इलाज और लक्षण यहाँ पढ़ें!

पिछले कुछ महीनों से Coronavirus नाम की बीमारी ने पैर पसारा है। इसकी शुरुआत चीन से हुई जहां पर हजारों लोगों के इस बीमारी से मरने की खबर आई थी। इसके बाद कोरोनावायरस बीमारी का शिकार फ्रांस, अमेरिका, जापान, थाईलैंड, इंग्लैंड और अब भारत बन गया है। कोरोना वायरस एक ऐसा इंफेक्शन है जो बहुत घातक है और इसका प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है। चीन से फैले कोरोनावायरस नाम की बीमारी बिल्कुल नई थी और ऐसा माना जा रहा है कि ये सार्स नाम के कोरोना वायरस से भी ज्यादा खतरनाक बीमारी है। ऐसे में आपको जानना चाहिए कि इसके लक्षण क्या हैं, Coronavirus कैसे होता है और इससे बचने के उपाय क्या हैं? साथ ही यहाँ हम आपको कोरोना वायरस का इलाज क्या है और इससे कैसे बचा जा सकता है के बारे में भी बताएँगे। इन्हे भी पढ़ें – कोरोना वायरस के घरेलू एवं मेडिकल उपचार


क्या है कोरोनावायरस बीमारी ? | What is Corona virus Disease ?

साल 2002-03 में लगभग 8 हजार लोग सार्स severe acute respiratory syndrome (SARS) नाम के कोरोना वायरस की वजह से संक्रमित हुए थे। इसके बाद नया कोरोना वायरस दिसंबर, 2019 के पहले हफ्ते में सामने आया। प्रयोगशाला में इसकी जांच हुई और इसके बाद नये प्रकार का कोरोनावायरस घोषित हुआ था। असल में 6 प्रकार के कोरोना वायरस की पुष्टि हो चुकी है लेकिन चीन के वुहान में जो Coronavirus फैल रहा है को इसका सातवां चरण माना जा रहा है। ये कई वायरसों का एक ग्रुप है जो जानवरों से इंसान में फैलता है। कोरोनावायरस का ये नाम उसके क्राउन जैसे शेप के कारण पड़ा है। ये वायरस जानवरों और इंसानों दोनों को संक्रमित करता है। कोरोना वायरस भी वैसे ही फैलता है जैसे कोल्ड के वायरस फैलते हैं। चीन के वुहान में जो कोरोनावायरस फैला है वो नए प्रकार का है और इसे अभी 2019 नोवल कोरोनावायरस (2019-nCoV) नाम दिया गया है। इन्हे भी पढ़ें – विटामिन और उनके स्रोत की सूची

कोरोना वायरस का इलाज – Corona virus कैसे फैलता है ?

Coronavirus मूल रूप से जानवरों से मनुष्यों में फैलता है और इसकी पुष्टि की गई है कि वायरस अब मनुष्यों से मनुष्यों में फैलने वाला बन गया है। मर्स और सार्स वायरस की तरह ये नया कोरोना वायरस है जो जानवरों से ही आया है। ऐसा माना जा रहा है कि चीन के वुहान में मिलने वाले सी फूड के कारण कोरोनावायरस शुरु हुआ है और ये वायरस दूसरे जीवीत जानवरों जैसे चमगादड़, सुअर, घरेलू जानवर, चिड़िया, कुत्ता, बिल्ली, ऊंट और मर्मोट्स के कारण फैलता है। इस वायरस का सबसे बड़ा खतरा ये है कि ये इंसानों से इंसानों में तेजी से फैलता है।


कोरोना वायरस इंफेक्शन के लक्षण | Coronavirus Symptoms in Hindi

चीन से पूरी दुनिया में फैलने वाले कोरोनावायरस के लक्षण अन्य श्वसन संक्रमण की तरह होते हैं। इस वजह से कई बार ये पता लगाना मुश्किल हो जाता है कि व्यक्ति कोरोना वायरस के संक्रमण से ग्रसित है या राइनोवायरस के इंफेक्शन से फैला है। इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी होती है। इसके अलावा ये सभी लक्षण हैं Coronavirus के अगर किसी को ऐसी समस्या है तो तुरंत डॉक्टर को संपर्क करना चाहिए…

  •  पूरे दिन सिर भारी रहना या सिर में तेज दर्द महसूस होना।
  • लगातार कई दिनों तक नाक बहना और दवा लेने के बाद भी कंट्रोल ना होना।
  • खांसी के कारण गले में दर्द होना।
  • लगातार कई दिनों तक बुखार आना।
  • हर समय अंदर से बेचैनी रहना और खुद को अस्वस्थ महसूस करना।
  • श्वसन तंत्र प्रभावित होना और बार-बार छींक आना।
  • निमोनिया हो जाना और दवा लेने पर भी ठीक ना होना।
  • फेफड़ों में सूजन आने के कारण सांस लेने में कठिनाई होना।

कोरोना वायरस का इलाज | Treatments for Coronavirus in Hindi

अभी तक कोरोना वायरस का कोई भी इलाज नहीं मिल पाया है। मगर कई बड़े रिसर्चर्स की टीम इसे ढूंढने में लगी हुई है लेकिन इसकी शुरुआत होते ही लोगों को बचाना मुमकिन है। अगर आपको ऊपर लिखी हुई कोई भी समस्या आती है तो तुरंत डॉक्टर्स से संपर्क करें। जरा भी लक्षण आते ही अपना ब्लड टेस्ट करवाएं और इस गंभीर बीमारी से आप बच सकते हैं। Coronavirus के इंफेक्शन से बचने के लिए इन उपायों का प्रयोग करें।

  • अपने हाथों को दिन में कई बार साबुन, गुनगुने पानी या एल्कोहल युक्त हैंड सैनिटाइजर से साफ करते रहें।
  • अच्छी कंपनी के मास्क पहनें और घर से बाहर निकलने से पहले मास्क लगाना बिल्कुल नहीं भूलें।
  • अपने हाथ या उंगलियों से आंख, नाक और मुंह को बार-बार हाथ नहीं लगाएं।
  • किसी भी तरह के जानवरों के संपर्क में नहीं आएं और नॉनवेज खाने से भी बचें।
  • बाजार का सामान खाने से परहेज करें और हो सके तो अंडे का सेवन भी नहीं करें।
  • संक्रमित व्यक्ति से दूर रहें और अगर जरूरी नहीं है तो घर से भी बाहर नहीं निकलें।
  • खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक पर रुमाल या टिश्यू पेपर जरूर रखें।
  • जिन्हें सर्दी खांसी या छींक आ रही हो, उनसे दूरी बनाकर रहें।
  • सड़कों या खेतों में जानवरों के संपर्क में बिल्कुल नहीं आएं।

हमे उम्मीद है आपको कोरोना वायरस का इलाज क्या है और इससे कैसे बचा जा सकता है से सम्बंधित सभी जानकारी मिल चुकी होगी तो अभी से इन सावधानी पूर्ण कदम को उठायें और देश के इस भयानक महामारी से बचाएं।


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